Dhyan Ka Gyan Vichar Niyam
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Type
Book
Authors
Tejparkhi ( Sirshree )
ISBN 13
9788184154924
Category
Self Help Treasures
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Publication Year
2016
Pages
64
Description
"अपनी आँखें सदा के लिए कैसे खोलें
हर रात लोग अपनी आँखें बंद करते हैं नींद लाने के लिए| अब आपको अपनी आँखें बंद करनी हैं आतंरिक होश जगाने के लिए| यही सच्चा ध्यान है| इसके अलावा प्रस्तुत पुस्तक द्वारा आप पाएँगे –
* मन को ध्यान द्वारा प्रशिक्षण कैसे दें?
* क्या आप ध्यान में सहयोग करनेवाले मित्रों से मिलना चाहते हैं?
* क्या आप ध्यान के शत्रु पर विजय प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं?
* क्या आप ध्यान में विचारों के हमले से बचना चाहते हैं?
* ध्यान का अभ्यास कब, क्यों, कहाँ और कैसे करें?
* क्या आप ध्यान और विचार नियम जानकर अपनी आँखें खोलना चाहते हैं?
यदि आपका जवाब ‘हाँ’ है तो यह पुस्तक आपके लिए गाइड बनेगी। क्योंकि इसमें ध्यान की शुरुआत करनेवालों से लेकर निरंतर ध्यान करनेवालों तक के लिए मार्गदर्शन उपलब्ध है।
तो चलिए, ध्यान की इस शुभयात्रा में आप जिस भी स्तर पर हैं, उससे आगे बढ़ने हेतु इस गाइड का हाथ थामते हैं।"
हर रात लोग अपनी आँखें बंद करते हैं नींद लाने के लिए| अब आपको अपनी आँखें बंद करनी हैं आतंरिक होश जगाने के लिए| यही सच्चा ध्यान है| इसके अलावा प्रस्तुत पुस्तक द्वारा आप पाएँगे –
* मन को ध्यान द्वारा प्रशिक्षण कैसे दें?
* क्या आप ध्यान में सहयोग करनेवाले मित्रों से मिलना चाहते हैं?
* क्या आप ध्यान के शत्रु पर विजय प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं?
* क्या आप ध्यान में विचारों के हमले से बचना चाहते हैं?
* ध्यान का अभ्यास कब, क्यों, कहाँ और कैसे करें?
* क्या आप ध्यान और विचार नियम जानकर अपनी आँखें खोलना चाहते हैं?
यदि आपका जवाब ‘हाँ’ है तो यह पुस्तक आपके लिए गाइड बनेगी। क्योंकि इसमें ध्यान की शुरुआत करनेवालों से लेकर निरंतर ध्यान करनेवालों तक के लिए मार्गदर्शन उपलब्ध है।
तो चलिए, ध्यान की इस शुभयात्रा में आप जिस भी स्तर पर हैं, उससे आगे बढ़ने हेतु इस गाइड का हाथ थामते हैं।"
Number of Copies
1
Library | Accession No | Call No | Copy No | Edition | Location | Availability |
---|---|---|---|---|---|---|
Main | 15 | 1 | Yes |